मेरा सौंदर्य बकरी जैसा नहीं है
मिमियाता हुआ
बाघिन से कातिल नैना हैं मेरे
डूबना नहीं इनमें
निगल जाना इसकी फितरत है
ये काली भूरी आंखें जानलेवा हैं
छलांगे लगाते मेरे पदचाप
बड़े मामूली हैं
निशानदेही मुश्किल होगी
ज़रा संभल कर
मेमने कई हैं मैदान में
मिटने की मजबूरी लिए
शिकारी का तमगा चाहते हो...
मत फटकना इधर
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